सुसाइड नोट : अच्छा पति और बेटा नहीं बन सका, इसलिए दे रहा हूं जान
16/01/2019
सुसाइड नोट : अच्छा पति और बेटा नहीं बन सका, इसलिए दे रहा हूं जान
Dainik Bhaskar
Jan 16, 2019, 04:16 AM ISTBhopal News - भोपाल | भैया परिवार का ख्याल रखना, महेंद्र पर ध्यान देना वह कोई गलत लाइन न पकड़े। मम्मी माफ कर देना मैं अच्छा बेटा और...
भोपाल | भैया परिवार का ख्याल रखना, महेंद्र पर ध्यान देना वह कोई गलत लाइन न पकड़े। मम्मी माफ कर देना मैं अच्छा बेटा और पति नहीं बन सका। मैं ये कदम अपनी मर्जी से उठा रहा हूं, किसी को परेशान न किया जाए। खुदकुशी करने से पहले लिखे सुसाइड नोट में एक युवक ने कुछ ऐसा ही जिक्र किया है। छोला मंदिर स्थित शिव नगर कॉलोनी में सोमवार देर रात उसने फांसी लगाकर जान दे दी।
शिव नगर कॉलोनी, छोला निवासी 30 वर्षीय मनमोहन साहू इन दिनों बेरोजगार थे। वे यहां छोटे भाई महेंद्र, मां और प|ी के साथ रहते थे। एसआई दीवान सिंह ने बताया कि मंगलवार तड़के सुबह साढ़े सात बजे परिजनों ने उन्हें बाथरूम में फंदे पर लटका देखा। छोला मंदिर पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, इसमें उन्होंने अपनी मर्जी से खुदकुशी करने का जिक्र किया है। चचेरे भाई ने बताया कि मनमोहन लंबे समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। उनका इस संबंध में इलाज भी जारी था। एसआई ने बताया कि मनमोहन ने सुसाइड नोट में कर्ज लेने और देने का जिक्र भी किया है, लेकिन इसका उल्लेख नहीं है कि उन्हें कोई परेशान कर रहा था।
शिव नगर कॉलोनी, छोला निवासी 30 वर्षीय मनमोहन साहू इन दिनों बेरोजगार थे। वे यहां छोटे भाई महेंद्र, मां और प|ी के साथ रहते थे। एसआई दीवान सिंह ने बताया कि मंगलवार तड़के सुबह साढ़े सात बजे परिजनों ने उन्हें बाथरूम में फंदे पर लटका देखा। छोला मंदिर पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, इसमें उन्होंने अपनी मर्जी से खुदकुशी करने का जिक्र किया है। चचेरे भाई ने बताया कि मनमोहन लंबे समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। उनका इस संबंध में इलाज भी जारी था। एसआई ने बताया कि मनमोहन ने सुसाइड नोट में कर्ज लेने और देने का जिक्र भी किया है, लेकिन इसका उल्लेख नहीं है कि उन्हें कोई परेशान कर रहा था।
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