पत्नी ने पति को लगाई आग, 5 दिन संघर्ष के बाद अस्पताल में मौत
पत्नी ने पति को लगाई आग, 5 दिन संघर्ष के बाद अस्पताल में मौत
14 दिसंबर को राहुल घर से मेला देखने का कहकर ससुराल गया था
माकड़ौन. माकड़ौन थाने के ग्राम चकिया में एक हृदय विदारक घटना हुई है। इसमें पत्नी ने पति पर मिट्टी का तेल (घासलेट) डालकर आग लगा दी। इसमें युवक के ***** व सास ने भी साथ किया। 5 दिन अस्पताल में संघर्ष के बाद युवक ने रविवार को दम तोड़ दिया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
माकड़ौन थाने के सहायक उपनिरीक्षक महेश पटेल ने बताया कि 14 दिसंबर को राहुल पिता गिरधारी निवासी माकड़ौन हाल-मुकाम साहिबखेड़ी उज्जैन में कार्तिक मेला देखने का कह कर घर से निकला था। रात को ही राहुल की पत्नी जो अपने मायके ग्राम चकिया में करीब 8 माह से रह रही थी का फोन आया कि आप मुझे लेने आ जाओ, मैं आपके साथ चलूंगी। तब राहुल बिना घर वालों को बताए चकिया पहुंचा। जहां दो-तीन दिन रहने के बाद तथा पत्नी ने कहा हां आज चलते हैं शाम को चलते हैं कहने पर रुका हुआ था। 17 दिसंबर की रात पत्नी ने पति को एक कमरे में सोने को कहा और कहा कि मैं रात 11 या 11.30 बजे आऊंगी। आप अंदर से दरवाजा मत लगाना तथा दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। राहुल को नींद लगने के बाद पत्नी संगीता अपनी मां सौरम बाई व भाई बबलू के साथ केरोसिन लेकर कमरे में आई तथा राहुल पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। जब राहुल तड़पने लगा तब पत्नी ने पैर पकड़े व सास व ***** ने मुंह दबाया जिससे राहुल गर्दन व छाती तक जल गया था। इसके बाद 18 दिसंबर की दोपहर पत्नी ने पति को जली हुई अवस्था में बस में बैठाकर उज्जैन इलाज के लिए ले गई तथा कहा कि रात को सोते समय इन पर चिमनी गिर गई है एवं राहुल के घर वालों को 20 दिसंबर को सूचना दी, जिस पर राहुल के परिजन अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने 21 दिसंबर को राहुल के बयान लिए। इसमें राहुल ने यह घटना होना बताया। सिविल अस्पताल उज्जैन में बर्न यूनिट में भर्ती राहुल की हालत 22 दिसंबर को नाजुक होने पर एमवाय इंदौर रेफर किया, जहां 23 दिसंबर की सुबह राहुल ने अंतिम सांस ली। राहुल का पीएम करने के बाद माकड़ौन लाकर अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने बताया पत्नी संगीताबाई, सास सौरमबाई व ***** बबलू के खिलाफ पीएम रिपोर्ट और हॉस्पिटल से रिपोर्ट आने के बाद उक्त आरोपियों पर कायमी होगी।