पत्नी के इशारे पर दोस्त ने किया था पति का खून, गिरफ्तारी के बाद कुबूला अपना गुनाह

पत्नी के इशारे पर दोस्त ने किया था पति का खून, गिरफ्तारी के बाद कुबूला अपना गुनाह

वाराणसी के रवींद्रपुरी कॉलोनी में दवा एजेंट अमर सिंह की हत्या का खुलासा बुधवार को हुआ। अमर की पत्‍‌नी के इशारे पर दोस्त ने किया था खून।

वाराणसी (जेएनएन) । रवींद्रपुरी कॉलोनी में दवा एजेंट अमर सिंह की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने उसकी पत्नी रीना को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि पत्नी के इशारे पर अमर के दोस्त ने ही रात में घर आकर उसे सोते में गोली मारी और भाग निकला। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन रिकार्ड से पुलिस को सुराग मिले। मूल रूप से सासाराम जनपद बिहार निवासी अमर सिंह ने करीब 10 साल पहले बनारस आकर मेडिकल स्टोरों, अस्पतालों और मरीजों के बीच एजेंट का काम करना शुरू किया।

वह पत्नी रीना और तीन बेटों के साथ रवीेंद्रपुरी कॉलोनी में एक मकान के तीसरे मंजिल पर किराए पर रहने लगा था। उसी मकान के अगले कमरे में 10 नवंबर की आधी रात अमर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पत्नी ने ही 100 नंबर पर सूचना दी और पुलिस से कहा कि अमर ने दो मित्रों के साथ बैठकर शराब पी थी। फिर वही दोस्त गोली मारकर भाग गए थे। रीना ने कहा कि वह उन्हें पहचानती है लेकिन नाम नहीं जानती। मगर पुलिस को छानबीन के दौरान रीना के बयान पर संदेह गहराता गया। भेलूपुर पुलिस ने अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो रात 2.08 बजे हेलमेट लगाए एक व्यक्ति अंदर दाखिल होते दिखा। फिर वही व्यक्ति रात 2.32 पर बाहर निकलते नजर आया। रीना के मोबाइल कॉल डिटेल में एक नंबर से घटना के वक्त से लेकर बाद तक बात होते रहने का पता चला। वह नंबर अमर के साथी पवन सिंह का निकला जो रवींद्रपुरी कॉलोनी में ही रहता है। खास बात यह कि पवन हत्या के बाद दो दिन तक जांच में मदद के लिए इंस्पेक्टर भेलूपुर के साथ था। वह सोमवार देर शाम फरार हो गया। यही नहीं पवन की तरफ से मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर की अर्जी भी दी गई जबकि पुलिस को भनक भी नहीं थी कि वह वारदात में शामिल है। सीओ भेलूपुर सत्येंद्र तिवारी ने ठोस सुबूत जुटाने के बाद रीना को हिरासत में लिया तो पूछताछ शुरू करते ही उसने बेहोशी का नाटक किया। उसे उठाकर बीएचयू ले जाना पड़ा जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे कुछ नहीं हुआ है। महिला पुलिस ने थाने लाकर फिर पूछताछ शुरू की तो उसने कुबूला कि अमर रोज नशे में घर आकर उसे पीटता और गालियां देता था। वह तंग आ चुकी थी।

अमर के अविवाहित साथी 30 वर्षीय पवन सिंह से वह रोज फोन पर बात करती थी। उनके बीच प्रेम संबंध हो गया था। उसने पवन से इस बारे में बात की तो उसने अमर को रास्ते से हटाने की योजना बना ली। 10 नवंबर की रात वह हेलमेट लगाकर आया तो रीना ने दरवाजा खोला। पवन ने सो रहे अमर सिंह के सिर पर गोली मारी और फिर वापस अपने घर चला गया। दानापुर पटना से आई मां के सामने पूछताछ के दौरान रीना ने सीओ भेलूपुर से कहा कि पहले गुस्से में उसे कुछ समझ नहीं आया मगर अब अफसोस है। उसने आग्रह किया कि उसे तेरहवीं बाद जेल भेजा जाए हालांकि पुलिस ने उसे बुधवार शाम कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।

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