PHOTO: प्रतिष्ठित कारोबारी ने पत्नी को मारकर दी जान
प्रतिष्ठित कारोबारी ने पत्नी को मारकर दी जान
चंधासी के प्रतिष्ठित कोयला व्यवसायी सूरज क्वात्रा के बेटे संजय क्वात्रा ने शुक्रवार की सुबह घर के अंदर ही पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली। बच्चों के स्कूल से आने के बाद घटना की जानकारी हुई तो सनसनी फैल गई। कुछ देर में ही स्थानीय पुलिस के अलावा आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। गुरुद्वारे के पास अफीम कोठी मार्ग पर रहने वाले संजय क्वात्रा के पास एक निजी मोबाइल फोन की एजेंसी है। पुलिस के अनुसार 70-80 लाख रुपये फंसने के कारण कारोबारी डिप्रेशन में आ गया था। इसके कारण घर में कलह होती थी। प्रथमदृष्टया इसे ही घटना का कारण माना जा रहा है।
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के अफीम कोठी गली में स्थित तीन मंजिला मकान में सबसे ऊपरी तल पर 38 वर्षीय सूरज अपनी पत्नी सोनिया और दो बच्चों 14 वर्षीया हर्षिता और 12 वर्षीय प्रथम के साथ रहते थे। दूसरे तल पर उनके पिता कोयला व्यवसायी सूरज और मा निर्मला रहती हैं। पहली मंजिल व अन्य भाग में मोबाइल फोन की एजेंसी का काम होता है। सुबह करीब नौ बजे कर्मचारी एजेंसी खोलने पहुंचे तो संजय थकान की बात कहते हुए चाबी देकर लौट गए।
एजेंसी खोलकर कर्मचारी अन्य दिनों की तरह कार्य में व्यस्त हो गये। दोपहर करीब दो बजे हर्षिता और प्रथम स्कूल से लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। काफी आवाज देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो बेटे ने एजेंसी में जाकर कर्मचारियों को बताया। कुछ कर्मचारी ऊपर पहुंचे और दरवाजे को झटका देकर जबरिया खोला तो अंदर के हालात देखकर अवाक रह गए।
बेड पर सोनिया और जमीन में संजय का शव खून से लथपथ पड़ा था। संजय के हाथ में लाइसेंसी रिवाल्वर थी। लोगों को समझने में देर नहीं लगी कि संजय ने पत्नी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली है। सोनिया के सीने और संजय की कनपटी पर गोली लगी थी। कुछ देर में ही सीओ सदर त्रिपुरारी पांडेय, कोतवाल एसपी सिंह फोर्स के साथ पहुंच गए। जांच के लिए फोरेंसिक टीम भी बुलाई गई। एसपी संतोष कुमार भी पहुंचे और लोगों से पूछताछ की। परिवार के एक रिश्तेदार के अनुसार संजय का 70 से 80 लाख रुपया दुकानदारों के यहां फंस गया था। इसके कारण एजेंसी रद होने वाली थी।
लाखों रुपये बकाया होने से डिप्रेशन में था संजय क्वात्रा
मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र के अफीम कोठी निवासी संजय क्वात्रा के पास निजी मोबाइल फोन की एजेंसी है। चंदौली ही नहीं वाराणसी के भी काफी दुकानदारों को संजय ही सप्लाई देता था। धंधे में लगभग 80 लाख रुपया बकाया होने से संजय काफी परेशान था। इसके कारण डिप्रेशन की दवा भी ले रहा था। कई माह से कंपनी का दबाव देखकर उसकी परेशानी बढ़ गई थी। इसे लेकर घर पर भी विवाद बढ़ गया था। पत्नी से आये दिन झगड़ा होता था। पत्नी भी बीते दो माह से पति के धंधे में हाथ बंटाने में जुटी थी लेकिन बकाया की वसूली चिंता का विषय बनी हुई थी।
परिजनों के अनुसार संजय क्वात्रा पत्नी सोनिया बिहार सासाराम के प्रतिष्ठित व्यापारी ओम बाबु की बेटी थी। आजकल मायका पक्ष इंदौर में रियल स्टेट का कारोबार करता है। पति के मोबाइल फोन एजेंसी का काम तो काफी फैला हुआ था लेकिन कुछ महीनों से मार्केट में पैसा फंसता चलता गया। लाखों रुपये फंस जाने के बाद संजय काफी परेशान रहने लगा। बकाये पैसे की वसूली के लिए पत्नी भी दबाव बना रही थी। सबसे बड़ा संकट कंपनी की ओर से मिल रहा दबाव था। मोबाइल कंपनी के अधिकारी एजेंसी किसी और को देने का दबाव बना रहे थे। इसे लेकर संजय डिस्प्रेशन में था। डिप्रेशन का इलाज भी करा रहा था। इन्ही परेशानियों के कारण बात बात में पति पत्नी में झगड़ा होता रहता था। परिवार के करीबी का माने तो बकाया पैसा व कंपनी के दबाव के कारण ही संजय ने पत्नी सहित आत्महत्या कर ली।
सुबह दस से 11 बजे के बीच मानी जा रही वारदात
कोयला कारोबारी के घर हुई बेटे और बहू की मौत का समय सुबह दस से 11 बजे के बीच का माना जा रहा है। पति-पत्नी के अलावा घर में मौजूद दोनों बच्चे सुबह स्कूल चले गए थे। एजेंसी खोलने पहुंचे कर्मचारियों को संजय ने खुद चाबी दी थी। उस समय करीब नौ साढ़े नौ बज रहा था। कर्मचारियों के अनुसार संजय ने थकान होने के कारण एजेंसी पर नहीं आने की बात कही और लोट गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद जब पुलिस पहुंची तो बेड पर पराठा और एक कप दूध पड़ा था। किचन में गैस तो बंद थी लेकिन उस पर रखी चाय उबल चुकी थी। ऐसे में माना जा रहा है कि चाबी देने के बाद नाश्ते की ही तैयारी हो रही थी।
फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य
कोयला कारोबारी के घर हुई मौतों की जानकारी मिलते ही पहुंची पुलिस ने प्रथमदृष्टया ही मान लिया कि मोबाइल कारोबारी संजय ने पत्नी की हत्या करने के बाद खुदकुशी कर ली है। इसके बाद भी जांच में कोई कोताही नहीं बरती। तत्काल फोरेंसिक विभाग की टीम और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाया गया। किसी को भी कारोबारी के कमरे में नहीं जाने दिया गया। फोरेंसिक टीम ने अपने हिसाब से साक्ष्य जुटा लिये उसके बाद ही किसी को प्रवेश मिला।
कोयला कारोबारी के बड़े बेटे की भी हो चुकी है मौत
कोयला कारोबारी सूरज क्वात्रा के बड़े बेटे राजू क्वात्रा की भी मौत हो चुकी है। दस साल पहले बीमारी के कारण राजू की मौत हो गई थी। राजू अपने पिता सूरज के साथ ही कोयले का कारोबार करते थे। राजू की मौत के बाद उनका बेटा रोहित दादा के साथ कोयले का कारोबार करने लगा। इधर बीच काफी बुजुर्ग होने के कारण सूरज भी रोहित पर ही आश्रित हो गए थे। रोहित ही कारोबार संभालता था।
पति-पत्नी की एक साथ मौत से अफीम कोठी के लोग स्तब्ध
गुरुद्वारे के समीप स्थित अफीम कोठी गली में पति-पत्नी की मौत से सभी स्तब्ध हैं। मौत की खबर लगते ही संजय के घर के पास मुहल्ले वालों की भीड़ लग गई। हर कोई संजय की ही बात कर रहा था। मुहल्ले वालों के अनुसार संजय काफी मिलनसार था। देखने से लगता था कि घर में पैसों या किसी चीज की कोई कमी नहीं है। सासाराम की मूल निवासी सोनिया के पिता इंदौर में रियल स्टेट के बड़े कारोबारी हैं। मुहल्ले वालों के अनुसार संजय धार्मिक कार्यो में भी वह बढ़चढ़कर भाग लेते थे।
शोक में सभी टेलिकाम की दुकाने हुई बंद
संजय क्वात्रा की गिनती टेलिकाम के बड़े कोराबारियों में होती थी। पूरे जिले के अधिकत्तर दुकानों पर उसके एजेंसी से ही माल जाता है। जिस दुकानदार को घटना की जानकारी हुई, दुकाने बंद कर उसके एजेंसी की ओर चले गए। देखते ही देखते शहर के सभी टेलिकाम की दुकानें बंद हो गईं।