Jaipur Bank Manager Murder Case Open-wife With Five Arrested - कातिल पत्नी! प्रेमी भी चाहिए था और पति की सम्पत्ति भी, इसलिए तलाक नहीं दिया, हत्या ही कराई | Patrika News


25/09/2018
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कातिल पत्नी! प्रेमी भी चाहिए था और पति की सम्पत्ति भी, इसलिए तलाक नहीं दिया, हत्या ही कराई

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By: dinesh

Updated: 25 Sep 2018, 08:43 AM IST

जयपुर। बैंक मैनेजर 42 वर्षीय रोशनलाल यादव की गोली मारकर हत्या करने के मामले में करधनी थाना पुलिस ने मृतक की पत्नी 32 वर्षीय निर्मला यादव, उसके प्रेमी उमेश शर्मा (38) सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। रोशन को गोली मारने वाले उमेश के सगे भाई राहुल और भांजे सनी सहित 4 लोगों की तलाश की जा रही है।

डीसीपी अशोककुमार गुप्ता ने बताया कि पड़ताल के दौरान परिजन ने हत्या में निर्मला का हाथ होने की बात कही तब से वह शक के घेरे में थी। इस पर सबसे पहले परिवार की भूमिका जांची गई। इस दौरान गणेशनगर स्कीम में रहने वाले पड़ोसियों से पता चला कि उमेश से संबंधों के कारण निर्मला व रोशन के बीच आए दिन झगड़ा होता था। उमेश अपने दोस्त महेन्द्रप्रताप के साथ 8 सितम्बर को उत्तराखंड के अलमोड़ा में पहुंच गया था। वहां उसका ***** आकाश रावत रहता है। इस पर जयपुर से गई टीम ने वहां से तीनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि उमेश ने अपने सगे भाई राहुल शर्मा व भांजे सनी को सुपारी देकर रोशन की हत्या कराई थी।

पुलिस ने मदद करने और शरण देने के मामले में आकाश व महेन्द्रप्रताप सहित उत्तरप्रदेश के शूटर शिवकांत उर्फ लालू धोबी को भी गिरफ्तार किया है। जांच में यह भी सामने आया कि निर्मला पति रोशन से तलाक नहीं लेना चाहती थी बल्कि हत्या कराना चाहती थी। रोशन ने 50 लाख रुपए ब्याज पर दे रखे थे, निर्मला इस रकम सहित रोशन की सम्पति हड़पना चाहती थी।

दी हर पल की खबर
एडिशनल डीसीपी रतन सिंह ने बताया कि निर्मला अपने पति की हत्या के लिए इतनी उतावली थी कि वह उसकी हर पल की खबर उमेश व शूटरों को दे रही थी। निर्मला पति को रास्ते से हटाने के लिए उमेश पर कई बार दबाव बना चुकी थी। इस पर उमेश ने पिछले अप्रैल में भाई राहुल शर्मा को सुपारी के 4 लाख रुपए अग्रिम देकर रोशन की हत्या की साजिश रची। मूलत: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद निवासी राहुल ने अपने परिचित शूटर लालू, पप्पू कश्यप व विष्णु कश्यप को जयपुर बुलाया। तीनों शूटर 29 मई से एक जून 2018 तक कबीर मार्ग स्थित होटल में ठहरकर रोशन के घर, बैंक और कोटपूतली स्थित गांव पवाना में रैकी की। निर्मला रैकी के दौरान उमेश व शूटरों को रोशन की पल-पल की खबर दे रही थी। फिर 15 जून को तीनों शूटर जयपुर आए तब निर्मला ने उमेश को बताया कि रोशन व बच्चों के साथ वह पवाना जा रही है। पवाना से रोशन अकेले कार से नीमकाथाना जाएगा, तब मौका देखकर उसकी हत्या कर देना। इस पर उमेश भाई राहुल की कार से तीनों शूटरों को वहां ले गया। नीमकाथाना के रास्ते में रोशनलाल को अकेले की बजाय साथी के संग आता देख शूटरों ने इरादा बदल दिया। बाद में शूटर उमेश और रोशल दोनों को मोटा आसामी मानकर सुपारी की रकम 15 लाख रुपए कर दी।

शुरुआत
रोशन और उमेश गणेशनगर स्कीम में पड़ोसी थे। उमेश अधिकतर रोशन के घर पर उसके साथ बैठकर शराब पीता था।

प्रेम प्रसंग
दो साल पहले सपरिवार घूमने भी गए थे। तब निर्मला और उमेश के बीच नजदीकी बढ़ गई थी। सवा साल पहले दोनों में प्यार हो गया।

मुलाकात
मोबाइल पर संपर्क होने लगा। फिर अवैध संबंध बन गए।

तकरार
आठ-नौ माह पहले रोशन को भनक लगी तो बात उमेश से हाथापाई तक जा पहुंची। तब उमेश मकान खाली कर चला गया। जबकि निर्मला व रोशन में आए दिन झगड़ा होने लगा। परिवार वालों ने भी निर्मला को समझाने का प्रयास किया लेकिन उसने एक नहीं सुनी।

अंजाम
आखिरकार प्रेमी उमेश ने निर्मला के सहयोग से रोशन को मार डाला।

दिखाने के लिए टीशर्ट में पहुंची अस्पताल
पुलिस ने बताया कि रोशन को गोली मारने की सूचना मिलने पर निर्मला पड़ोस में रहने वाले ननद के लडक़े के साथ बाइक पर अस्पताल पहुंची। घर पर टीशर्ट पहने हुए थी, वही पहने पहुंची। यह दिखाने के लिए कि पति को गोली लगने के गम में उसने टीशर्ट भी नहीं बदली। हालांकि चेहरे पर गम का भाव दिखा नहीं पाई।

गोली मारने के अगले दिन 20 हजार
उमेश ने बताया कि उसका व राहुल का मकान रोशनलाल के बगल में ही है। रोशन से झगड़ा होने पर उमेश मानसरोवर और राहुल जगतपुरा जाकर रहने लगे। राहुल की बैडशीट बनाने की फैक्ट्री है। उसमें घाटा होने से राहुल पर कर्जा हो गया। उसके पास 4 लाख रुपए चुकाने को नहीं थे तो खुद ही रोशन को रास्ते से हटाने की ठान ली। गोली मारने के बाद 20 सितम्बर को सुबह राहुल के बैंक खाते में आकाश से 20 हजार रुपए और डलवाए थे। उमेश उत्तरप्रदेश से करीब 15 वर्ष पहले यहां आकर प्रॉपर्टी व ठेकेदारी का काम करने लगा था। इस दौरान वह करधनी में 2 मकानों, अजमेर रोड पर बिचून में 15 बीघा जमीन का मालिक बना गया। अन्य प्रॉपर्टी में भी लाखों रुपए इन्वेस्ट कर रखे हैं।

इन्होंने किया खुलासा
हत्याकांड के खुलासे में थानाधिकारी मानवेन्द्र ङ्क्षसह, सीआइ दीपक खंडेलवाल, तकनीकी शाखा के रतनदीप, प्रद्युम्न, मुकेशकुमार सहित अन्य की महत्वपूर्ण भूमिका रही।