बीएसएफ के वाशरमैन ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- पत्नी और बेटी से परेशान हूं
बीएसएफ के वाशरमैन ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- पत्नी और बेटी से परेशान हूं
Badwani News - बीएसएफ के वाशरमैन ने सोमवार को जहर खाकर खुदकुशी कर ली। तबीयत बिगड़ी तो प|ी अस्पताल लेकर पहुंची। जहां मृत घोषित कर...
Dainik Bhaskar
Dec 05, 2018, 03:46 AM IST
बीएसएफ के वाशरमैन ने सोमवार को जहर खाकर खुदकुशी कर ली। तबीयत बिगड़ी तो प|ी अस्पताल लेकर पहुंची। जहां मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें प|ी और बड़ी बेटी से प्रताड़ित होकर खुदकुशी करने का लिखा है। पुलिस जांच कर आत्महत्या के अन्य कारणों की जांच कर रही है।
एरोड्रम थाना प्रभारी अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि मृतक सोहन पिता रतनलाल ढालिया (45) निवासी अंबिकापुरी थे। यह एयरपोर्ट रोड स्थित सेंट्रल स्कूल ऑफ वेपन एंड टेक्टिज (बीएसएफ) के इंदौर सेंटर में वर्ष 2000 से वाशरमैन (धोबी) के पद पर पदस्थ थे। सोहन ने सोमवार को जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ी तो प|ी अस्पताल लेकर पहुुंंची। जहां मृत घोषित कर दिया। इनके परिवार में प|ी आरती, बेटी खुशी (16), परी (14) और श्री (7) हैं। सोहन और आरती में बनती नहीं थी, पिछले आठ सालों से विवाद चल रहा था। आरती बच्चों के साथ अंदर वाले कमरे में सोती थी और सोहन बाहर वाले कमरे में सोता था। किसी भी आयोजन में दोनों साथ में नहीं आते जाते थे। दोनों एक-दूसरे पर शंका करते थे।
दोनों में थाने में कराया था समझौता
टीआई पाटीदार ने बताया कि दोनों में विवाद के चलते आरती ने बीएसएफ और पुलिस के उच्च अधिकारियों को सोहन के बारे में शिकायत की थी। कहा था कि शराब पीकर मेरे और बच्चों के साथ मारपीट करते हैं। हमें खर्चों के लिए भी रुपए नहीं देते। इस पर दोनों को 1 दिसंबर को थाने पर बुलाकर समझौता करवाया था। इसमें आरती ने 14 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन सोहन का कहना था कि मैं इतने रुपए नहीं दे सकता हूं। मैं बाहर खाना खाता हूं, कपड़े भी बाहर धुलवाता हूं। 14 हजार रुपए इनको दे दूंगा तो मेरे पास क्या बचेगा। आरती का कहना था कि मेरी तीनों बेटियों से ज्यादा ये भाई के बच्चों को प्यार करते हैं, क्योंकि मेरा बेटा नहीं है, इसलिए ये भेदभाव करते हैं। दोनों समझाइश के बाद घर लौट गए थे।
एरोड्रम थाना प्रभारी अशोक कुमार पाटीदार ने बताया कि मृतक सोहन पिता रतनलाल ढालिया (45) निवासी अंबिकापुरी थे। यह एयरपोर्ट रोड स्थित सेंट्रल स्कूल ऑफ वेपन एंड टेक्टिज (बीएसएफ) के इंदौर सेंटर में वर्ष 2000 से वाशरमैन (धोबी) के पद पर पदस्थ थे। सोहन ने सोमवार को जहर खा लिया। तबीयत बिगड़ी तो प|ी अस्पताल लेकर पहुुंंची। जहां मृत घोषित कर दिया। इनके परिवार में प|ी आरती, बेटी खुशी (16), परी (14) और श्री (7) हैं। सोहन और आरती में बनती नहीं थी, पिछले आठ सालों से विवाद चल रहा था। आरती बच्चों के साथ अंदर वाले कमरे में सोती थी और सोहन बाहर वाले कमरे में सोता था। किसी भी आयोजन में दोनों साथ में नहीं आते जाते थे। दोनों एक-दूसरे पर शंका करते थे।
दोनों में थाने में कराया था समझौता
टीआई पाटीदार ने बताया कि दोनों में विवाद के चलते आरती ने बीएसएफ और पुलिस के उच्च अधिकारियों को सोहन के बारे में शिकायत की थी। कहा था कि शराब पीकर मेरे और बच्चों के साथ मारपीट करते हैं। हमें खर्चों के लिए भी रुपए नहीं देते। इस पर दोनों को 1 दिसंबर को थाने पर बुलाकर समझौता करवाया था। इसमें आरती ने 14 हजार रुपए की मांग की थी, लेकिन सोहन का कहना था कि मैं इतने रुपए नहीं दे सकता हूं। मैं बाहर खाना खाता हूं, कपड़े भी बाहर धुलवाता हूं। 14 हजार रुपए इनको दे दूंगा तो मेरे पास क्या बचेगा। आरती का कहना था कि मेरी तीनों बेटियों से ज्यादा ये भाई के बच्चों को प्यार करते हैं, क्योंकि मेरा बेटा नहीं है, इसलिए ये भेदभाव करते हैं। दोनों समझाइश के बाद घर लौट गए थे।
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