'Enjoy & Be Happy...' लिखकर पति ने कर ली आत्‍महत्‍या

'Enjoy & Be Happy...' लिखकर पति ने कर ली आत्‍महत्‍या

पति अपनी पत्‍नी से प्रताडि़त होकर सुसाइड करने से पहले परिजनों, दोस्‍तों और प्रशासन के लिए सुसाइड नोट छोड़ गया है।

Danik Bhaskar

Feb 26, 2015, 11:13 PM IST
आत्‍महत्‍या करने से पहले पति द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट।
झांसी. दहेज प्रथा के मामले में एक बैंक कर्मचारी अवधेश ने फांसी लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली। पति अपनी पत्‍नी से प्रताडि़त होकर सुसाइड करने से पहले परिजनों, दोस्‍तों और प्रशासन के लिए सुसाइड नोट छोड़ गया है। जो कि कुछ इस प्रकार है- भारत में इस तरह का कानून क्‍यों बना, जिसमें एक लड़की के मौखिक बयान को सच मानकर संबंधित सभी लोगों को परेशान किया जाता है। दूसरे पक्ष को तो अपनी बात रखने का मौका तक नहीं दिया जाता है। लड़की के सिर्फ मौखिक बयान पर ही दूसरों को आरोपी बना दिया जाता है। पति कहता है कि, कोई नहीं, एंज्‍वॉय एंड बी हैप्पी इन योर लाइफ। लास्ट रिक्वेस्ट, प्लीज लीव माई ऑल फैमिली मेंबर्स।'
सुसाइड नोट में लिखा है कि, जिस दरवाजे कभी पुलिस नहीं आई, अब वहां हर दिन पुलिस आती है। मेरे माता-पिता को पुलिस थाने उठाकर ले जाती है। दफ्तर में मेरी इज्‍जत सभी के सामने उछाल दी गई। पति ने लिखा है कि वह सुबह 9 बजे से रात 8 बजे तक के काम को बेहद पसंद करता था। शादी से पहले जीवन खुशियों से भरा था, लेकिन शादी होते ही जिंदगी नर्क बन गई।
पति ने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि उसकी पत्‍नी उन्‍नति और भाई अभिषेक ने उस पर दहेज के झूठे आरोप लगाए। वे कहते हैं कि शादी में 20 लाख रुपए नकद और अन्‍य कीमती सामान लिए गए, जो कि झूठ है। मेरे पिता पर यौन शोषण का आरोप लगाने की धमकी दी गई। मेरे चेहरे पर तेजाब से हमला करने की भी धमकियां मिली। इतना कुछ होने के बाद भी कानून ने कुछ नहीं किया।
सुसाइड नोट में अंतिम में लिखा है कि- मम्‍मी-पापा प्‍लीज मुझे माफ कर देना और अपना ख्‍याल रखना। यदि आप लोग खुश नहीं रहेंगे तो मेरी आत्‍मा को कभी शांति नहीं मिलेगी। किसी के भी आंखों में आंसू मुझे सदैव तकलीफ देते रहेंगे। मैं उन लोगों को हमेशा याद रखूंगा, जो मेरे बुरे वक्‍त में भी मेरे साथ थे। इस सुसाइड नोट में महिला थाना, सीओ, एसएसपी, डीआईजी, आईजी, मानवाधिकार और महिला आयोग को भी नामित किया गया है।
आगे​ पढ़ि​ए जब सुसाइड नोट में लिखा कि मेरी पत्‍नी को मेरे परिवार का कोई नाम नहीं मिले...
मृतक अवधेश यादव की फाइल फोटो।
मेरी पत्‍नी को मेरे परिवार का कोई नाम नहीं मिले
पिछले दो-तीन साल से दहेज प्रथा के इस मामले में पिस रहे अवधेश ने लिखा है कि कोर्ट हमेशा आखिरी इच्‍छा पूरी करती है। पति ने अपने सुसाइड नोट में यह लिखा है कि मेरी पत्नी उन्नति मेरे पिता की हर संपत्ति को अपने नाम कराना चाहती है। ऐसे में मेरी आखिरी इच्‍छा यह है कि पत्नी को मेरे परिवार का कोई नाम नहीं मिलना चाहिए। पति ने यह भी लिखा है कि 'उन्नति नहीं मानी तुम। रिक्वेस्ट की थी कि दोनों आपसी सहमति से अलग हो जाते हैं। बहुत केस हो गए, लेकिन तुमने अपनी मर्जी दिखाई। अब मेरी बारी है। इसका कारण तुम ही हो। कोई नहीं, एंज्‍वॉय एंड बी हैप्पी इन योर लाइफ। लास्ट रिक्वेस्ट, प्लीज लीव माई ऑल फैमिली मेंबर्स।'
क्‍या है पूरा मामला
झांसी के प्रेम नगर निवासी अवधेश यादव को उसकी पत्नी उन्नति ने 2013 में दहेज प्रथा के मामले में फंसा दिया था। इस मामले में वह, उसके माता-पिता और उसका भाई जेल जा चुके थे। इससे वह बेहद दुखी था। अवधेश एक निजी बैंक में काम करता था। वह हमेशा से ही खुद को बेकसूर बताता रहा। दहेज प्रथा के मामले में जेल जाने के बाद से ही वह बेहद डिप्रेशन में था। समाज में नाम खराब होने के कारण उसने गुरुवार को पंखे से लटक कर फांसी लगा ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आगे ​पढ़ि​ए सुसाइड नोट में पुलिस-प्रशासन और महिला आयोग का भी जिक्र...
घर के इसी पंखे पर फंदा लटकाकर अवधेश ने आत्‍महत्‍या कर ली।
पुलिस-प्रशासन और महिला आयोग का भी जिक्र
अवधेश यादव ने अपने सुसाइड नोट में जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों का जिक्र किया है। उसने लिखा है कि मेरी इच्‍छा है कि जज, डीआईजी, डीएम, एसएसपी, सीओ सिटी, महिला एसओ के साथ ही महिला आयोग, मानवाधिकार आयोग इस मामले की जांच करें।
पत्नी दोषी निकली तो कार्रवाई करेगा राज्य महिला आयोग
राज्य महिला आयोग की सदस्य सुशमा यादव का कहना है कि ऐसे मामलों में कई बार बेकसूर लोग फंस जाते हैं। सिर्फ लड़की के बयान के आधार एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। पहले मामले की पूरी तरह जांच हो इसके बाद ही कार्रवाई की जाए। उन्‍होंने कहा कि वह इस मामले को तलब करेंगी और सुसाइड नोट देखेंगी। इसके बाद मामले में कार्रवाई करेंगी। वे यह भी कहती हैं कि यह कानून महिलाओं की सुरक्षा के लिए है, न कि किसी का उत्पीड़न करने के लिए।
आगे ​पढ़ि​ए पुलिस ने कहा कि यदि शिकायत मिली तो जरूर होगी कार्रवाई...
सुसाइड नोट।
शिकायत होने पर पुलिस करेगी कार्रवाई
अवधेश यादव के पिता शिवकुमार सिंह का कहना है कि उसके बेटे का बेहद उत्पीड़न किया गया। उसके साथ ही हम सब को फंसा दिया गया। उसे जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। पढ़े-लिखे बेटे ने ऐसा कदम उठा लिया, जबकि वह बेहद बहादुर था। उन्होंने कहा कि वह सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस से शिकायत करेंगे। वहीं, प्रेम नगर एसओ संजय यादव का कहना है कि वह मामले की जांच कर रहे हैं। परिजनों द्वारा अब तक उन्हें सुसाइड नोट नहीं दिया गया है। वे कहते हैं कि यदि शिकायत की गई तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।
क्‍या कहते हैं सा‍माजिक कार्यकर्ता
सामाजिक कार्यकर्ता भानु सहाय का कहना है कि कई मामलों में बेकसूर फंसते हैं। इसमें प्रशासन को बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत है। यदि सतर्कता नहीं बरती गई तो कानून में संशोधन होना ही चाहिए। इससे कई लोग सुसाइड करने को विवश हो चुके हैं।

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सुसाइड नोट।
सुसाइड नोट।
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