पिता ने पुत्र के साथ मिलकर बेटी-दामाद को काट डाला
पिता ने पुत्र के साथ मिलकर बेटी-दामाद को काट डाला
फतेहपुर चौरासी(उन्नाव) हिन्दुस्तान संवाद प्रेम वविाह से नाखुश पिता ने सोमवार को पुत्र व अन्य साथियों की मदद से बेटी, दामाद और समधन के साथ खून की होली खेल डाली।
चचिया ससुर के घर से रंग खेलकर लौट रहे पुत्री व दामाद को घेरकर धारदार हथियारों से हमला बोल दिया। बचाव को दौड़ी समधन को भी लहूलुहान कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में घायलों को जिला पहुंचाया। जांच के बाद डाक्टरों ने युवक-युवती को मृत घोषित कर दिया। सास की हालत नाजुक देखते हुए कानपुर रेफर किया गया। थाना फतेहपुर चौरासी के गांव दुर्गापुरवा निवासी बाबूलाल के पुत्र विनोद का तीन वर्ष पहले गांव की सजातीय लड़की रीता (22) पुत्री परागी से प्रेम हो गया।
दोनों शादी के बंधन में बंधना चाहते थे। रीता के पिता और भाई उमेश को इस शादी से ऐतराज था। दोनों को रोड़ा बनता देख तीन वर्ष पहले रीता और विनोद ने घर से भागकर आर्य समाज में शादी कर ली। दोनों कानपुर में किराए का कमरा लेकर रहने लगे। रीता के पिता परागी ने थाने में विनोद के खिलाफ पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया। डेढ़ माह बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। विनोद को जेल और रीता को घर वालों के सुपुर्द कर दिया गया।
विनोद के घरवालों ने मामले की अपील हाईकोर्ट में की। दोनों के बयान व बालिग करार देकर हाईकोर्ट ने एक साथ रहने व शादीशुदा जीवन बिताने की अनुमति दे दी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद विनोद जेल से छूट गया और रीता के साथ गांव में ही वैवाहिक जीवन बिताने लगा। रीता के ननदोई ओमप्रकाश ने बताया कि कोर्ट के फैसले के बाद रीता का पिता व भाई रंजशि मानने लगे। दोनों उन्हें सबक सिखाने के लिए मौके की तलाश करने लगे।
सोमवार दोपहर को होली के दिन विनोद और रीता पड़ाेस में रहने वाले चचिया ससुर बनवारी लाल के घर रंग खेलने गये। शाम चार बजे करीब घर वापस लौटते समय रीता के पिता व भाई ने करीब एक दर्जन साथियों की मदद से बीच रास्ते में दोनों को घेर लिया। सभी बांका, फरसा, कुल्हाड़ी से लैस थे। दोनों कुछ समझ पाते कि हमला बोल दिया। शोर सुनकर दौड़ी विनोद की मां कशिना को भी लहूलुहान कर दिया गया। विनोद की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।
सड़क पर हो रहे तांडव के बीच गांव का कोई भी व्यक्ति दहशत के कारण बचाव की हिम्मत नहीं जुटा सका। लोगों ने घटना की जानकारी एसओ फतेहपुर चौरासी को दी। पुलिस ने तीनों को जिला अस्पताल पहुंचाया। जांच के दौरान डाक्टरों ने विनोद व रीता को मृत घोषित कर दिया। विनोद की मां की हालत नाजुक देखते हुए कानपुर रेफर किया गया है। देर रात एसपी रतन कुमार श्रीवास्तव, एएसपी रामकशिुन यादव, सीओ सफीपुर राजेश कुमार समेत कई पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल की।
एसपी ने थाना पुलिस को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए। मृतक पक्ष की ओर से परागी व उसके बेटे उमेश समेत 14 लोगों को नामित कर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। समाचार लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।