देवर के प्यार में अंधी कलयुगी पत्नी ने कराई पति की हत्या | uttar-pradesh - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी
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देवर के प्यार में अंधी कलयुगी पत्नी ने कराई पति की हत्या
यूपी के सुल्तानपुर जिले में एक कलयुगी पत्नी पर इश्क का बुखार इस कदर हावी हुआ कि उसने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर अपने पति को ही रस्ते से दिया.
यूपी के सुल्तानपुर जिले में एक कलयुगी पत्नी पर इश्क का बुखार इस कदर हावी हुआ कि उसने अपने प्रेमी देवर के साथ मिलकर अपने पति को ही रस्ते से दिया.
- ETV UP/Uttarakhand
- Last Updated: October 12, 2016, 7:47 AM IST
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तक़रीबन एक महीने पहले हुई इस वारदात का खुलासा अब हो गया है. पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए कहा है कि कलयुगी पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर भाड़े के शूटरों से पति की हत्या करा दी.
फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी पत्नी सोनी उसके देवर रंजीत को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक सोनी ने अपने प्रेमी देवर रंजीत के साथ मिलकर अपने पति संतोष की सुपारी देकर बदमाशों से बीती 23 सितंबर को हत्या करवा दी थी.
दरअसल नगर कोतवाली के दरियापुर इलाके के रहने वाले संतोष के घर उसकी मौसी का लड़का रंजीत आता जाता था. इसी दौरान दोनों में प्रेम हो गया. नगर के कमला नेहरू संस्थान से एमए कर रहे रंजीत पर सोनी का इश्क इस कदर हावी हुआ कि उसने अपने मौसेरे भाई को ही मारने की योजना बना डाली.
सोनी और रंजीत ने योजना के मुताबिक भाड़े के शूटर हायर किये और 23 सितंबर को जब संतोष अपने काम पर जा रहा था उसे बदमाशों ने गोलियां बरसा कर मौत के घाट उतार दिया था.
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प्रदूषण की धुंध में गायब हुआ ताजमहल
धुआं (Smoke) ताजमहल (Taj Mahal) के पीलेपन का सबसे बड़ा कारण है, लेकिन ताज के इर्द-गिर्द धुआं न उड़े, इस पर अब तक सख्ती नहीं की जा सकी है.
वैज्ञानिक बताते हैं कि पार्टिकुलेट मैटर की वजह से ही ताजमहल (Taj Mahal) का रंग बदलने लगा है. जो धुआं और राख हवा में उड़ती है, वही ताजमहल पर पहुंच जाती है.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: November 19, 2019, 9:27 PM IST
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आगरा. अपनी संगमरमरी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में मशहूर मुहब्बत की निशानी ताजमहल (Taj Mahal) धुआं-धुआं (Smoke-smoke) नजर आया तो लोग चौंक गए. ताजमहल के आसपास के क्षेत्र में उठा धुआं ताजमहल तक जा पहुंचा. कुछ ही दूरी से ताज धुएं में लिपटा नजर आया. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के सख्त निर्देशों की अवहेलना का परिणाम है कि आए दिन ताजमहल धुएं की चपेट में आ जाता है और इसके समाधान के ठोस प्रयास नहीं किए जाते. वायु प्रदूषण से ताजमहल की सेहत पर इतना दुष्प्रभाव पड़ रहा है कि ताज के रंग में अब पीलापन आने से उसकी चमक फीकी पड़ती जा रही है. इन सबके बावजूद ताजमहल की खूबसूरती बचाने के लिए साझा प्रयास करने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है.
ताजमहल के रखरखाव को लेकर कई बार तल्ख टिप्पणी कर चुका है सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट पूर्व में ताजमहल के रखरखाव को लेकर एएसआई पर तल्ख टिप्पणी कर चुका है. ताजमहल के संरक्षण में उचित कदम ना उठाए जाने से नाराज सुप्रीम कोर्ट ने यहां तक कह दिया था कि ताजमहल को अगर बचाना है तो जरूरत पड़ने पर एएसआई की जगह किसी अन्य विकल्प पर सरकार को विचार करना चाहिए. समय-समय पर कई बार ताजमहल के संरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने तल्ख टिप्पणियां की लेकिन कुछ दिन की कवायद के बाद जिला प्रशासन, नगर निगम और एएसआई यानी आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया की लापरवाही सामने आ जाती है.
शहर में जलता है कूड़ा
ताज के शहर में कूड़ा जलाने पर सख्ती से रोक का दावा नगर निगम और प्रशासन करता है, लेकिन हकीकत इससे जुदा है. हालात यह है कि शहर में चमड़े की कतरन से लेकर घरों से निकलने वाले कूड़े में अक्सर आग लगा दी जाती है. इससे उठने वाला धुआं ताजमहल को सीधे-सीधे नुकसान पहुंचाता है. कूड़ा जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई भी नहीं की जाती. जब-जब सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी आती है तब-तब चंद रोज के लिए सख्ती का दिखावा किया जाता है.
मुल्तानी मिट्टी से चमक लौटाने की कोशिश
ताजमहल पर समय-समय पर मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाया जाता है. ताज की फीकी होती चमक को वापस लौटाने के लिए यह प्रक्रिया की जाती है. इसके बाद मुल्तानी मिट्टी के लेप के सूखने का इंतजार किया जाता है. माना जाता है कि मुल्तानी मिट्टी का लेप ताज पर चिपके बारीक धूल-धुएं के कणों को अपने अंदर सोख लेता है. बाद में मुल्तानी मिट्टी को साफ पानी से धोया जाता है. ताजमहल पर यह ट्रीटमेंट कई बार किया जा चुका है.
25 से 30 हजार पर्यटक हर दिन करते हैं ताजमहल का दीदार
ताजमहल विश्व धरोहर में शामिल है. दुनिया भर से पर्यटक ताजमहल की एक झलक पाने के लिए आगरा आते हैं. कुछ दिन पूर्व एक सप्ताह तक शहर धुंध की चपेट में था तो उस वक्त भी ताजमहल परिसर से ही ताज ठीक से नजर नहीं आ रहा था. देश-विदेश के 25 से 30 हजार पर्यटक औसतन हर दिन ताजमहल का दीदार करते हैं.
रिपोर्ट - हिमांशु त्रिपाठी
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अयोध्या फैसला: सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बोले- हम अपने स्टैंड पर कायम, AIMPLB के साथ जाने का सवाल ही नहीं
बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारुकी (Sunni Central Waqf Board chairman Zufar Farooqui) की News 18 से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि 'इकबाल अंसारी (Iqbal Ansari) और सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Central Waqf Board) दोनों ही फैसले से पहले ही कह चुके थे कि वह कोर्ट के फैसले को मानेंगे और पिटीशन के लिए नहीं जाएंगे.
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: November 19, 2019, 9:30 PM IST
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लखनऊ. अयोध्या फैसले (Ayodhya verdict) के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (All India Muslim Personal Law Board) ने मामले में रिव्यू पिटीशन (Review petition) दाखिल करने का मन बनाया है लेकिन बोर्ड के स्टैंड से अलग सुन्नी वक्फ बोर्ड (Sunni Waqf Board) ने कोई भी पिटीशन दायर करने से खुद को अलग कर लिया है. बोर्ड के चेयरमैन जुफर फारूकी (Zufar farooqui) से इस मसले पर news18 ने खास बातचीत की.
News 18 के सवालों पर जुफर के जवाब
जुफर फारूकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड अपने उसी स्टैंड पर कायम है कि हम कोई रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, 'हमने 9 नवंबर को ही कहा था कि फैसले के बाद हम कोई रिव्यू पिटीशन दाखिल नहीं करेंगे और हम अपने इसी स्टैंड पर कायम है'. इसलिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता.
'वो क्यों रिव्यू के लिए जा रहे हैं, इस पर हम कुछ नहीं कह सकते'
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के रिव्यू पिटीशन पर जाने के फैसले के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'वो क्यों रिव्यू के लिए जा रहे हैं, इस पर हम कुछ नहीं कह सकते. हमने पहले कहा था कि सुप्रीम कोर्ट से जो भी फैसला आएगा, हम उसे मानेंगे. इसलिए हम रिव्यू पिटिशन पर नहीं जा रहे हैं'.
बता दें, इकबाल अंसारी और सुन्नी वक्फ बोर्ड दोनों ही फैसले से पहले ही कह चुके थे कि वह कोर्ट के फैसले को मानेंगे और पिटीशन के लिए नहीं जाएंगे.
सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन ज़ुफर फ़ारूकी से news 18 की खास बातचीत
5 एकड़ जमीन का क्या होगा ये 26 नवंबर की मीटिंग में तय होगा
अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट की तरफ से मिलने वाली 5 एकड़ जमीन का क्या किया जाएगा? या इस पर क्या निर्माण होगा? के सवाल पर जुफर कहते हैं कि इस मामले में कानूनी सलाह लेने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए सोचा जाएगा. जिसके लिए 26 नवंबर को लखनऊ में बोर्ड की मीटिंग बुलाई गई है. जिसमें बोर्ड के सभी 8 मेंबर शामिल होंगे. उन्होंने कहा, 'इस मीटिंग में ही तय किया जाएगा कि आगे क्या करना है.'
अभी तय नहीं, जमीन पर मस्जिद बने या कुछ और
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को यह ताकीद की थी कि शरीयत में जमीन के बदले जमीन नहीं ली जा सकती इसलिए सुन्नी वक्फ बोर्ड को भी मस्जिद के बदले कोई जमीन नहीं लेनी चाहिए' इस सवाल पर जुफर फारूकी कहते हैं कि 'शरीयत की बात मैं नहीं जानता लेकिन सुन्नी वक्फ बोर्ड ही इस मामले में तय करेगा कि आगे क्या करना है'. उस 5 एकड़ जमीन पर तमाम तरह के निर्माण कराने के लिए हमारे पास सुझाव आ रहे हैं लेकिन इस पर ऑफिशियली अभी कुछ भी तय नहीं किया किया गया है कि उस पर मस्जिद बने या कुछ और.
उन्होंने कहा कि बोर्ड के तमाम दूसरे मेंबर्स से लगातार बातचीत की जा रही है लेकिन मामले में अंतिम निर्णय बोर्ड मीटिंग में सबकी राय के साथ लिया जाएगा. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर भी तंज कसते हुए जुफर फारूकी ने कहा कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुझे मुस्लिम पक्षकारों की मीटिंग के लिए नहीं बुलाया और न ही मुझे किसी तरह का कोई आमंत्रण दिया गया और तो और प्रेस कांफ्रेंस के बाद भी मुझसे किसी तरह की कोई बात नहीं की गई.
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सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार होगा राम मंदिर का निर्माण: स्वतंत्रदेव सिंह
स्वतंत्रदेव सिंह (swatantra dev singh) ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेशनुसार होगा, फिर भी इस मामले में कोई न्यायालय जाना चाहता है तो जा सकता है.
- भाषा
- Last Updated: November 19, 2019, 7:17 PM IST
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मथुरा. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह (swatantra dev singh) ने कहा कि राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का फैसला सर्वमान्य है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण उसी आदेशनुसार होगा, फिर भी इस मामले में कोई न्यायालय जाना चाहता है तो जा सकता है.
स्वतंत्रदेव सिंह सोमवार को वृंदावन पहुंचे थे. उन्होंने यहां मथुरा मार्ग स्थित श्रीपाद गोशाला में गोसेवा की और शिव मंदिर में रुद्राभिषेक किया.
इसके बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की रुकावटें दूर हो गई हैं. उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में एकमत से फैसला देकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया है. इसलिए अब कोर्ट के निर्णय के अनुसार शांतिपूर्ण तरीके से राम मंदिर का निर्माण कराया जाएगा."
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जवाहर नवोदय विद्यालय में छात्रा की मौत का मामला: जितिन प्रसाद बोले- कांग्रेस दिलाएगी अनुष्का को न्याय
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (Former Union Minister Jitin Prasad) अनुष्का पांडे (#Anushka Pandey death case) के परिजनों से आज मिले, इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'जब तक अनुष्का के परिवार वालों को न्याय नहीं मिल जाएगा तब तक कांग्रेसी उनके साथ हैं, यह कोई राजनीतिक घोषणा नहीं वचन है'
- News18 Uttar Pradesh
- Last Updated: November 19, 2019, 6:14 PM IST
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आशुतोष मिश्रा
मैनपुरी. जनपद में जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्रा अनुष्का पांडे की मौत का मामला एक बार फिर गर्म हो गया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने आज अनुष्का के परिवार वालों से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस हर हाल में अनुष्का के परिवार वालों को न्याय दिलाकर रहेगी. इसके लिए चाहे उन्हें किसी भी हद तक जाना पड़े. गौरतलब है कि प्रियंका गांधी ने भी इस मसले पर ट्वीट करके सरकार को घेरा था.
ये है मामला
गौरतलब है कि मैनपुरी के जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्रा अनुष्का पांडे 11वीं में पढ़ती थी. अनुष्का की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उसका शव हॉस्टल में पंखे से झूलता मिला था. परिवार वालों ने आरोप लगाया था कि उनकी बच्ची की रेप के बाद हत्या की गई है. मृत छात्रा के परिजनों ने स्कूल की प्रिंसिपल समेत तीन लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. लेकिन मामले में कोई कार्रवाई न होने और पुलिस पर जांच में लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए मृत छात्रा का परिवार भूख हड़ताल पर बैठ गया था.
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा था, जिसके बाद सरकार हरकत में आई और मैनपुरी डीएम ने सीबीआई जांच के लिए सरकार को पत्र लिखा था तब जाकर अनुष्का पांडे के परिवार वालों ने भूख हड़ताल को खत्म किया था. हालांकि 2 महीना बीत जाने के बाद भी मामले की सीबीआई जांच नहीं हुई.
यह वचन है !
कांग्रेस एक बार फिर पूरे मामले पर गंभीर नजर आ रही है. आज पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद अनुष्का पांडे के परिजनों से मिले इस दौरान उन्होंने वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब तक अनुष्का पांडे के परिवार वालों को न्याय नहीं मिल जाएगा तब तक कांग्रेसी उनके साथ है यह कोई राजनीतिक घोषणा नहीं यह वचन है. उन्होंने कहा कांग्रेस हर हद तक जाएगी चाहे संसद भवन जाना पड़े या फिर विधानसभा या मुख्यमंत्री के पास कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी. उनका कहना था कि इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. प्रशासन लगातार परिवारी जनों को गुमराह कर रहा है, मेरा उद्देश्य सिर्फ अनुष्का को न्याय दिलाना है.
बता दें कि कांग्रेस हाई-कमान के निर्देश पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद ने मंगलवार से उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण चेतना यात्रा की शुरूआत भी की है. जितिन प्रसाद की यह ब्राह्मण चेतना यात्रा उन ब्राह्मणों के घर जाएगी जिनके परिवार के किसी सदस्य की बीते दिनों हत्या कर दी गई है.
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