पत्नी व बच्चों के वियोग में पति ने फंदे से लटककर दी जान
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14 दिन से लापता था बेटा, गोताखोरों को खुद पैसे देकर निकलवाया शव
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16 hours agoon
February 16, 2020पुलिस ने नहीं की कोई मदद, खुद पैसे खर्च कर बरामद कराया बेटे का शव
लखनऊ। पिछले 14 दिनों से लापता युवक का शव रविवार को गोमती नदी में उतराता मिला। मृतक के परिजनों ने गोमतीनगर थाने में बेटे की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस लगातार पीडि.त परिवार को बहाने बनाकर तो कभी खुद ही लौट आने की दिलासा दिलाकर टालती रही। कई दिन गुजरने के बाद परिजनों ने अपने खर्च पर नदी में गोताखोर उतारे। जिसके बाद युवक का शव बरामद हुआ।
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गोमतीनगर थाना क्षेत्र के उजरियांव निवासी चांद बाबू करीब 15 दिनों से लापता था। परिजनों ने कई बार बेटे की तलाश के लिए थाने पर गुहार लगायी। लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। परिजनों का कहना है कि घटना से पूर्व चांद बाबू सहित कई लोग जुआ खेल रहे थे। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। पुलिस से बचने के लिए सभी लोग भागे, तो चांद बाबू नदी में गिर गए और डूबकर उनकी मौत हो गयी। परिजनों को इस बात की जानकारी घटना के समय मौके पर मौजूद रहे एक मूक बधिर युवक ने दी है।
मृतक की मां और पत्नी ने रिश्तेदार पर लगाया आरोप
वहीं मृतक की पत्नी और मां ने अपने रिश्तेदार इश्तियाक पर चांद बाबू की हत्या करने का आरोप लगाया है। मृतक की मां ने बताया कि इश्तियाक ही उस दिन चांद बाबू को बुलाकर ले गया था। और फिर मेरा बेटा वापस लौट कर नहीं आया। आरोप है कि इश्तियाक के साथ स्थानीय पुलिस भी मिली हुई है। कई बार श्किायत करने के बाद भी पुलिस ने न तो युवक को खोजने का प्रयास किया और न ही आरोपी से पूछताछ की।
पीड़ित परिवार ने गोताखोरों को दिए 8 हजार रुपए
मृतक की मां ने बताया कि मेरे जेठ ने अपने खर्च पर बेटे की खोज-बीन की है। हमने स्थानीय गोताखोरों को दो बार गोमती में उतारा। जिसके लिए अपने पास से उन्हें आठ हजार रुपये भी दिए थे। पुलिस ने कोई मदद नहीं की।http://www.satyodaya.com
क्राइम-कांड
लखनऊ: 10 कुंतल पॉलिथीन जब्त, 25 हजार जुर्माना भी वसूला गया…
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18 hours agoon
February 16, 2020सांकेतिक चित्र
लखनऊ। मुख्यमंत्री को केजीएमयू में जहां एक कार्यक्रम के दौरान राजधानी को पॉलिथीन मुक्त करने की अपील कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर नगर निगम के प्रवर्तन दल ने आलमबाग में दस कुंतल पॉलिथीन जब्त की। पॉलिथीन के खिलाफ अभियान में पॉलिथीन के कैरीबैग, थार्माकोल एवं प्लास्टिक के गिलास, प्लेट आदि बरामद हुई है। दुकानदार से 25 हजार रुपए जुर्माना भी वसूला गया।
आलमबाग स्थित फिनिक्स मॉल के पास एक दुकानदार सत्य प्रकाश श्रीवास्तव की दुकान में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित पॉलिथीन एवं सामग्री की जानकारी हुई। प्रवर्तन दल के प्रभारी कर्नल सत्येन्द्र सिंह (सेवानिवृत) के नेतृत्व में कृष्णानगर थाने की पुलिस के साथ नगर निगम की प्रवर्तन टीम मौके पर पहुंची और दुकान में छापा मारा गया। लगभग दस कुंतल सामग्री पकड़ी जाने पर दुकानदार के खिलाफ 25 हजार जुर्माने की कार्रवाई हुई। समस्त सामग्री जब्त कर मोती झील के पास बने स्टोर में जमा करा दिया गया है।
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रिटायर कर्नल सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार ने पॉलीथिन, प्लास्टिक या थर्माकोल के कप, गिलास एवं प्लेट आदि के क्रय- विक्रय, भंडारण एवं इस्तेमाल को अपराध घोषित किया है। इसके बावजूद लोग कानून को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रवर्तन टीम लगातार मानीटरिंग कर रही है। जहां भी प्रतिबंधित सामग्री की जानकारी होगी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानून में दस हजार से 25 हजार रुपए तक जुर्माना व छह माह से वर्ष का कारावास का प्रावधान किया गया है। उन्होंने लोगों ने कानून का पालन करने की अपील करते हुए प्रतिबंधित पॉलिथीन के इस्तेमाल से दूर रहने की सलाह दी है। http://www.satyodaya.com
क्राइम-कांड
मरीज को खून चढ़ाने के नाम पर निजी अस्पताल में हो रही जालसाजी…
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18 hours agoon
February 16, 2020लखनऊ। राजधानी में इन दिनों खून चढ़ाने के नाम पर जालसाजी हो रही है। लेखराज स्थित निजी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत के मामले आने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। गर्भवती को ऑपरेशन से पहले ही खून चढ़ाने के लिए निजी अस्पताल ने गोलमाल किया। महिला को एक यूनिट खून चढ़ना था, लेकिन डोनरों से छह यूनिट खून ले लिया गया। इस मामले में सीएमओ स्तर से जांच शुरू हो गई है। मरीज की महिला तीमारदार ने इस बात की शिकायत सीएमओ और एफएसडीए से की है।
फैजुल्लागंज निवासी संतोष की गर्भवती पत्नी सीमा (25) को लेखराज स्थित गोयल अस्पताल में दो आशा ने ले जाकर ऑपरेशन कराया था। मरीज को बीएमसी अलीगंज से इलाज चलने के दौरान गलत इलाज कर दिए जाने की बात कहते हुए डराकर निजी अस्पताल ले जाया गया था। बच्ची होने के बाद सीमा की 31 जनवरी को डॉक्टरों की लापरवाही से नस कट जाने से मौत हो गई।
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सीमा की मां का आरोप है कि निजी अस्पताल प्रशासन ने उनसे छह यूनिट खून की व्यवस्था कराई। दो यूनिट खून का ही डोनर कार्ड बनाकर दिया। एक यूनिट खून गर्भवती को चढ़ा, बाकी खून हड़प लिया। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल का कहना है कि डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी त्रिपाठी समेत दो अफसरों की टीम जांच कर रही है। तीन दिन में रिपोर्ट आने बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार को जो भी साक्ष्य देने हैं, वह टीम को दे सकते हैं। http://www.satyodaya.com