Alimony not fill out the warrant | गुजारा भत्ता न भरने पर निकला वारंट पुलिस पहुंची तो छत से कूदा, हुई मौत - Dainik Bhaskar
06/09/2015
https://www.bhaskar.com/news/mp-gwa-hmu-alimony-not-fill-out-the-warrant-5170039-pho.html
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गुजारा भत्ता न भरने पर निकला वारंट पुलिस पहुंची तो छत से कूदा, हुई मौत
5 वर्ष पहले
ग्वालियर. उपनगर के गौसपुरा इलाके में रहने वाले घनश्याम राठौर का न्यायालय में तलाकशुदा पत्नी को गुजारा भत्ता जमा न कराने पर निकला वारंट, उसकी मौत का कारण बन गया। सोमवार को तड़के उसके घर में पुलिस इसी वारंट को तामील कराने गई थी। पुलिस को देख वारंटी बचने के लिए छत की ओर भागा और निर्माणाधीन शौचाालय की दीवार फांदने की कोशिश में सिर के बल गली में गिर गया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद घबराए पुलिस जवान वहां से भाग खड़े हुए। आक्रोशित परिजन ने पुलिस जवानों पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। घटना के बाद इलाके में तनाव को देखते हुए आधा दर्जन थाना प्रभारियों सहित वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा। करीब 7 घंटे तनाव के बाद आक्रोशित परिजन कार्रवाई के आश्वासन पर शांत हुए।
ग्वालियर थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर नवल सिंह यादव, प्रधान आरक्षक कमलेश यादव साथी जवान अनिल सिंह और तखत सिंह के साथ सोमवार को तड़के गौसपुरा नंबर 2 में वारंटी घनश्याम पुत्र मेवाराम राठौर को पकड़ने गए थे। उन्हें घर में आते देख कर घनश्याम ने छत की तरफ दौड़ लगा दी और मकान के छज्जे पर बने शौचालय से ऊपरी मंजिल पर चढ़ने का प्रयास करने लगा। इसी दौरान वह असंतुलित होकर सिर के बल गिर गया। करीब 17 फीट नीचे गिरने पर उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। उसे मरा देखकर पुलिस जवान भी घबरा गए और अपना वायरलेस सेट छोड़ कर भाग गए।
इलाके में पसरा तनाव : दबिश के दौरान पुलिस से बचने के प्रयास में छत से गिरकर घनश्याम की मौत का पता चलते ही लोगों की भारी भीड़ जुट गई और पुलिस पर एफआईआर का दबाव बनाने के लिए शव को वहीं रख लिया। इलाके में तनाव का माहौल बन गया। वहां छह थानों का भारी पुलिस बल तैनात कर दिया।
वायरलेस सेट छोड़ भागे पुलिस जवान : मृतक के भाई धर्मवीर ने बताया कि घनश्याम की मौत होते ही उसे पकड़ने पहुंचे सिपाहियों के हाथ-पांव फूल गए और वे वहां से भाग गए। इस दौरान वायरलेस सेट भी वहीं छूट गया। धर्मवीर नगर निगम में ड्राइवर के पद पर है और घनश्याम के पिता मेडिकल कॉलेज में नौकरी करते हैं।
आठ साल पूर्व हुई थी शादी, गुजारा भत्ता न देने पर निकला था वारंट : बताया गया है कि घनश्याम का विवाह वर्ष 2007 में घासमंडी निवासी मंजू के साथ हुआ था। शादी के तीन साल बाद ही मंजू ने उस पर तलाक का मामला लगाया था। तलाक के बाद न्यायालय ने मंजू को प्रतिमाह 1200 रुपए गुजारा भत्ता देने के घनश्याम को आदेश दिए थे। पिछले तीन माह से घनश्याम की स्थिति ठीक नहीं थी और वह यह रुपए जमा नहीं करा पाया था। जिसके चलते न्यायालय से उसका वारंट निकाला था।
...तो बच तो जाता
गौसपुरा में तनाव के दौरान भीड़ में शामिल लोग यह भी कह रहे थे कि ऐसी बचने की कोशिश भी क्या कि जान से हाथ धो बैठे। अगर पुलिस पकड़ ले जाती तो यह हादसा तो न होता। वारंट जारी होने से कौन सा मृत्यु दंड मिल रहा था?
आगे की स्लाइड में पढ़िए पकड़ ले जाते, मार क्यूं दिया मेरे कलेजे के टुकड़े को।