बहू को बेटी की तरह माना, बदनामी का दाग मिला तो उठाया खतरनाक कदम


22/12/2018

बहू को बेटी की तरह माना, बदनामी का दाग मिला तो उठाया खतरनाक कदम

छोटे भाई की पत्नी को बेटी से कम नहीं मानता था। जब पति और पत्नी में अनबन होने लगी तो बड़े भाई ने समझौता कराया, लेकिन मायके वालों ने उस पर बदनामी का दाग लगा दिया।

पानीपत, जेएनएन। एक साल पहले डेरा जोगिपुरा निवासी अजय (25) के छोटे भाई सुमित की भोडवाल माजरी की कमलेश से शादी हुई थी। नवविवाहिता को बेटी के सामान माना। कभी गलत शब्द कहकर नहीं पुकारा। पति-पत्नी में अनबन हुई तो कमलेश ने जेठ अजय सहित परिवार के अन्य सदस्यों पर दहेज का मुकदमा दर्ज करा दिया। तनावग्रस्त जेठ ने शुक्रवार को अपनी दुकान पर बने कमरे में फंदा लगा जान दे दी। पुलिस ने शव को सामान्य अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है।

सुमित ने बताया भाई अजय की बापौली में राठी बूट हाउस के नाम से जूतों की दुकान है। शुक्रवार सुबह वह रोज की तरह दुकान गए थे। कुछ देर दुकान पर बैठने के बाद उन्होंने दुकान की अंदर से कुंडी लगा ली और दुकान के ऊपर बने कमरे में जाकर फंदा लगा जान दे दी।

ग्राहक करते रहे इंतजार
दुकान पर आए ग्राहक काफी देर इंतजार करते रहे, फिर उन्होंने पड़ोसी दुकानदारों से अजय के बारे में पूछा। पड़ोसी दुकानदारों ने काफी तलाश की लेकिन अजय का पता नहीं लगा। शक होने पर ऊपर कमरे में गए। वहां कुंडी तोड़कर देखा तो अजय का शव फंदे पर लटका था। थाना प्रभारी ने बताया कि सुमित की पत्नी कमलेश, सास रानी, साले सुनील और रिश्तेदार जोङ्क्षगद्र के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

केस खत्म करने के मांगे थे 14 लाख
सुमित ने बताया कि उसकी पत्नी कमलेश से अनबन रहती थी। लगभग एक माह पहले उसकी पत्नी मायके चली गई थी। रिश्तेदार जोगेंद्र के कहने पर कमलेश ने उसके और परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ दहेज का केस दर्ज करा दिया। वहीं भाई अजय पर भी छेडख़ानी करने का झूठा आरोप लगाया था। 19 दिसंबर को सोनीपत में पंचायत में ससुराल पक्ष के लोगों ने सुमित को बेइज्जत किया और केस निपटाने के एवज में 14 लाख रुपये मांगे।

एक माह पहले हुई थी पिता की मौत
परिजनों ने बताया कि पिछले महीने अजय के पिता की भी हृदयघात से मौत हो गई थी। पिता का साथ छूटते ही अजय का हौंसला टूट गया था। कमलेश और उसके परिजनों की धमकियों से ज्यादा परेशान था।

Posted By: Ravi Dhawan

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