5 बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या
5 बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ मिलकर कर दी पति की हत्या, अवैध संबंधों में बन रहा था बाधा
पत्नी पर प्रेमी के संग मिलकर अपने ही पति की गला दबाकर जान लेने का आरोप लग रहा है. हालाकि वारदातों को अंजाम देने के बाद अारोपी महिला फरार बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि महिला के पांच बच्चे भी हैं. प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या
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- इनखबर टीम
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- Published
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- April 16, 2018,
- 4:39 am
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- April 16, 2018,
- 4:39 AM
(सांकेतिक फोटो- सोशल मीडिया)
नूंह. हरियाणा के नूंह मेवात जिले में रिश्तों को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. मामला नूंह के के जमालगढ़ गांव का जहां एक 5 बच्चों की मां ने प्रेमी के साथ मिलकर अवैध संबंधों में बाधा बन रहे पति की हत्या कर दी. घटना के बाद से आरोपी महिला और उसका प्रेमी फरार हैं. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जमालगढ़ गांव में 30 वर्षीय बर्फीना ने शनिवार देर रात अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने 33 वर्षीय पति सरफराज की हत्या कर दी. मृतक के चाचा ने बताया कि महिला का कई सालों से पास के ही एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था. जिसको लेकर सरफराज अपनी पत्नी को समझाता रहता था, लेकिन वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आती थी. पिछले महीने सरफराज ने बर्फीना को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. जिसके बाद गांव में पंचायत में ये मामला पहुंच गया था.
अब मृतक के चाचा की शिकायत पर पुन्हाना पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. मृतक के चाचा आमीन व जमालगढ़ के सरपंच इमदाद के अनुसार रात को घर की महिलाएं रोन लगी तो बर्फीना ने बताया कि सरफराज की करंट लग गया है. लेकिन जब ग्रामीण सरफराज को डॉक्टर के पास लेकर गए तो पता चला की उसकी मौत हो चुकी है. साथ ही सरफराज की मौत गला दबाने से हुई है. इसका निशान सरफराज की गर्दन पर बना हुआ है
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देश और दुनिया की ताजातरीन खबरों के लिए हमे फॉलो करें फेसबुक,गूगल प्लस, ट्विटर पर और डाउनलोड करें Inkhabar Android Hindi News Appफिर बढ़े तेल के दाम, मुंबई में 91.34 तो दिल्ली में 84 रुपये लीटर बिक रहा पेट्रोल, डीजल ने भी तोड़ा रिकॉर्ड
देश में तेल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को दामों में बढ़ोतरी के साथ राजधानी दिल्ली में जहां पेट्रोल का दाम 84 रु प्रति लीटर हुआ वहीं डीजल की कीमत 75.45 पहुंच गई है. इसके अलावा मुंबई में पेट्रोल की कीमत 91.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 80.10 रुपये प्रति लीटर है.
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- 4 October 2018,
- 7:47 AM
फिर बढ़े तेल के दाम, मुंबई में 91.34 तो दिल्ली में 84 रुपये लीटर बिक रहा पेट्रोल
नई दिल्ली. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गुरुवार को एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिली. पेट्रोल में 15 पैसे की बढ़ोतरी हुई है जबकि डीजल में 20 पैसे की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में अब राजधानी दिल्ली में आज पेट्रोल का दाम 84 रु प्रति लीटर है जबकि डीजल की कीमत 75.45 है. इसके अलावा मुंबई की बात करें तो पेट्रोल की कीमत में 14 पैसे का जबकि डीजल की कीमत में 21 पैसे की बढ़ोतरी हुई है.जिससे मुंबई में आज पेट्रोल की कीमत 91.34 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 80.10 रुपये प्रति लीटर है.
गौरतलब है कि लगातार महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को रविवार को एलपीजी ने भी झटका दिया. रविवार को सरकार ने सब्सिडी वाला सिलेंडर प्रति किलो 2 रुपये 89 पैसे महंगा कर दिया था, वहीं बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर में 59 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. ऐसे में अब से सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के लिए लोगों को अब 502 रुपये 40 पैसे चुकाने होंगे जबकि बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के लिए अब 879 रूपये चुकाने होंगे.
जानकारों का मानना है कि भारत में तेल की कीमतों से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम से तय होता है, इसलिए कच्चे तेल में मौजूदा समय में तेजी के कारण पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है.
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एक्शन में नरेंद्र मोदी सरकार, आज म्यांमार डिपोर्ट किए जाएंगे 7 रोहिंग्या घुसपैठिए
नरेंद्र मोदी सरकार देश में रह रहे अवैध घुसपैठियों को निकालने में जुटी हुई है. गुरुवार को सरकार भारत में गैर-कानूनी तरीके से रह रहे 7 रोहिंग्या को म्यांमार डिपोर्ट करेगी. सरकार अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने में भी लगी हुई है.
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- 4 October 2018,
- 7:08 AM
तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीक के तौर पर किया गया है.
नई दिल्ली/सिलचर: रोहिंग्या घुसपैठियों पर लगाम लगाने की दिशा में कदम उठाते हुए नरेंद्र मोदी सरकार गुरुवार को उनका पहला बैच डिपोर्ट करेगी. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने इन सातों लोगों को म्यांमार का नागरिक बताया है, जिन्हें उनके देश वापस भेजा जा रहा है. समुदाय पर हो रही हिंसा से बचने के लिए हजारों रोहिंग्या म्यांमार से भाग निकले थे.
क्या सातों रोहिंग्या मुसलमान हैं, इस पर गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि इन्हें डिपोर्ट तभी किया जाएगा, जब म्यांमार उनका पता और कन्फर्म और यात्रा परमिट जारी करेगा. उन्हें मणिपुर के मोरे से वापस भेजा जाएगा. यह पहला मामला है, जब रोहिंग्या समुदाय के लोगों को डिपोर्ट किया जाएगा. शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय कानून उन्हें जबरदस्ती वापस भेजने की इजाजत नहीं देते. यह कदम सरकार ने एेसे वक्त पर उठाया है, जब इस बात पर बहस छिड़ी है कि सरकार को भारत में रह रहे इन कथित अवैध घुसपैठियों के साथ क्या करना चाहिए.
पिछले कई महीनों से असम राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का ड्राफ्ट जारी होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. सरकार भारत में रह रहे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को निकालने की कोशिश में जुटी है. जहां विपक्ष एक तरफ बीजेपी द्वारा घुसपैठ का मुद्दा उठाने को उसका एंटी मुस्लिम एजेंडा बता रही है, वहीं पिछले दिनों बीजेपी चीफ अमित शाह ने कहा कि अवैध अप्रवासी दीमक की तरह हैं, जो देश के संसाधनों को चट कर रहे हैं.
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पंक्ति व्यवस्था को लेकर हुई हिंसा, 9 पुलिसकर्मियों सहित 30 लोग घायल
जगन्नाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंक्ति व्यवस्था शुरू करने के खिलाफ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के 12 घंटे के बंद के दौरान भड़की हिंसा में 9 पुलिसकर्मियों सहित 30 लोग घायल हो गए हैं. घायलों का इलाज नजदीकी अस्पताल में कराया जा रहा है. स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
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- Updated
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- 4 October 2018,
- 5:48 AM
पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पंक्ति व्यवस्था को लेकर भड़की हिंसा में 9 पुलिसकर्मियों घायल
नई दिल्ली. जगन्नाथ मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंक्ति व्यवस्था शुरू करने के खिलाफ एक सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन के 12 घंटे बंद के दौरान भड़की हिंसा में 9 पुलिसकर्मियों सहित 30 लोग घायल हो गए. पुलिस के मुताबिक, श्री जगन्नाथ सेना द्वारा शहर में बुलाया गया दिन भर का बंद उस समय हिंसक हो गया जब मंदिर में अनियंत्रित भीड़ घुस गई. उग्र भीड़ ने बैसी पहाचा और सिंह द्वार के पास लगे बैरिकेंडों को हटाकर श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की.
पुलिस द्वारा श्री जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक को हिरासत में लिये जाने के बाद संगठन की ओर से आयोजित बंद हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस चौकी और सिंहद्वार के नजदीक एक सूचना केंद्र में भी तोड़फोड़ की. इसके बाद टायरों को जला दिया गया और पत्थबाजी भी हुई. बताते चलें कि बीते सोमवार को पुरी मंदिर में पंक्ति व्यवस्था लागू किये जाने के तुरंत बाद संगठन ने बंद का एलान किया था.
जगन्नाथ सेना के संयोजक प्रियदर्शन पटनायक का कहना है कि जिस तरह से पुरी मंदिर में पंक्ति व्यवस्था लागू की जा रही है इससे बड़े पैमानें पर श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं. जगन्नाथ सेना के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए प्रियदर्शन पटनायक की तुरंत रिहाई की मांग की है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक हमले में कई ढांचों को व्यापक नुकसान पहुंचा है जिसके चलते स्थिति पर नियंत्रम करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.
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